मुंबई: बॉलीवुड एक्टर इरफान खान का 53 साल की उम्र में निधन हो गया है। मंगलवार को अचानक तबीयत खराब होने की वजह से इरफान को मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इरफान की हालत गंभीर थी और वो आईसीयू में थे। उन्हें कोलन इंफेक्शन की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 2 साल पहले मार्च 2018 में इरफान खान को न्यूरो इंडोक्राइन ट्यूमर हुआ था। जिसके इलाज के लिए वे लंदन गए थे।
इरफान खान के निधन पर प्रवक्ता का स्टेटमेंट आया है। उन्होंने कहा- इरफान ने 2018 में कैंसर से अपनी लड़ाई के बारे में बताते हुए लिखा था- मुझे विश्वास है, मैंने आत्मसमर्पण कर दिया है। और अपनी बड़ी आंखों और शानदार एक्सप्रेशन से बड़े पर्दे पर एक्टिंग करने वाला आज के दिन हमे छोड़कर चला गया है। यह दुखद है कि इस दिन, हम उसके निधन की खबर लेकर आए हैं। इरफान एक मजबूत आत्मा थे, कोई ऐसा व्यक्ति जो अंत तक लड़ता रहा और जो भी उसके करीब आया, उसे हमेशा प्रेरित किया। 2018 में दुर्लभ कैंसर से ग्रसित होने के बाद उन्होंने इसके साथ आने वाली कई लड़ाइयाँ लड़ीं। अपने परिवार और प्यार करने वालों के साथ रहें जिनकी वह सबसे ज्यादा केयर करते थे। वह स्वर्ग में रहने के लिए रवाना हुए, वास्तव में खुद की विरासत को पीछे छोड़ते हुए। हम सभी प्रार्थना करते हैं और आशा करते हैं कि वह शांति से रहे। और अपने शब्दों के साथ प्रतिध्वनित और भाग लेने के लिए उन्होंने कहा था, “जैसे कि मैं पहली बार जीवन चख रहा था, इसका जादुई पक्ष”।
इरफान खान लंदन से इलाज कराकर वापस आए और उन्होंने अंग्रेजी मीडियम फिल्म की शूटिंग भी की। लॉकडाउन की वजह से यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं रही। इस फिल्म में इरफान खान के साथ राधिका मदान और करीना कपूर भी नजर आई थीं। किसने सोचा था कि यह फिल्म उनकी आखिरी फिल्म बनकर रह जाएगी।
स्किप हो गई थी कीमोथेरपी
करीबी बताते हैं, ‘फिल्म अंग्रेजी मीडियम की शूटिंग के दौरान इरफान खान को एक कीमो थैरपी करवानी थी, लेकिन शूटिंग के चलते उनका वह ट्रीटमेंट स्किप हो गया। इस वजह से फिल्म की शूटिंग के दौरान भी कई बार उन्हें तकलीफ होती थी, लेकिन बाहरी तौर पर उनकी परेशानी नहीं दिखाई दे रही थी। 2 महीने पहले यानी होली के पहले उनकी तबियत फिर से बिगड़ गई थी, बस उसके बाद लगातार उनकी तबियत बिगड़ती गई। अभी 10 दिन पहले जब उनकी परेशानी और ज्यादा बढ़ गई, तब उन्हें कोकिलाबेन में ऐडमिट करवा दिया गया। इस बार हॉस्पिटल में वह अपनी बीमारी से बहुत संघर्ष कर रहे थे।’